मेरे जिस्म मैं कैद आखरी साँस तेरा इंतजार करती हैं
तेरे रुखसार को बंद मेरी पलके कब से तेरा इंतजार करती हैं
खुलने को खुल जाए बंद मेरी पलके इस पल मेरी जान यूँ ही
रुखसती को तैयार मेरी रूह सिर्फ़ तेरी कदमो की आहात का इंतजार करती हैं
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